जल गंगा संवर्धन अभियान : भू-जल स्तर बढ़ाने के लिये खेत-तालाब और अन्य तालाबों को प्राथमिकता

जल गंगा संवर्धन अभियान : भू-जल स्तर बढ़ाने के लिये खेत-तालाब और अन्य तालाबों को प्राथमिकता

जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत तालाब बनने से बढ़ेगा भू-जल स्तर

जल संरक्षण के माध्यम से भू-जल स्तर बढ़ाने के प्रयास किये जा रहे

भोपाल

प्रदेश में 30 मार्च से शुरू हुए जल गंगा संवर्धन अभियान में जल संरचनाओं के निर्माण के कार्य लगभग पूरे किये जा चुके हैं। अभियान के दौरान जिलों में तैयार की गयी जल संरचनाओं से आसपास के क्षेत्र में जल स्तर बढ़ेगा। इस व्यवस्था से ग्रामीणों को पर्याप्त जल आपूर्ति होगी, इसके साथ ही नागरिकों की सुविधा के लिये जिलों में पहले से मौजूद बगीचों के संधारण के कार्य भी किये जा रहे हैं।

जलदूतों को दिया गया प्रशिक्षण

सीहोर जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान में जल के महत्व को केन्द्रित करते हुए विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की जा रही हैं। इसी श्रृंखला में आष्टा जनपद पंचायत सभाकक्ष में माय भारत पोर्टल पर पंजीकृत जलदूतों का प्रशिक्षण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में जलदूतों को जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत जल संरक्षण संबंधी गतिविधियों के बारे में जानकारी दी गई। वाटरशेड आजीविका मॉडल, जल बजट की जानकारी, जल संरक्षण संगठनों एवं पंचायतों की भूमिका, जल संरक्षण कार्यों को ट्रैक करना सहित अन्य बिंदुओं के बारे में बताया गया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य युवाओं के माध्यम से जल संरक्षण को जन आंदोलन बनाना है। जलदूतों को प्रमाण पत्र भी प्रदान किए गए।

तालाब बनने से बढ़ेगा भू-जल स्तर

रायसेन जिले में जल संरक्षण के माध्यम से भू-जल स्तर बढ़ाने के प्रयास किये जा रहे हैं। गैरतगंज जनपद में स्वीकृत हुए 400 खेत-तालाब का निर्माण 90 प्रतिशत पूरा किया जा चुका है। ग्राम रजपुरा में 18 खेत-तालाब बना लिये गये हैं। खेत-तालाब बनने से इस गाँव में भू-जल स्तर बढ़ेगा और किसानों को सिंचाई के लिये पर्याप्त पानी मिलेगा। गैरतगंज जनपद में 56 ग्राम पंचायतों में व्यापक स्तर पर जल-स्रोतों के संरक्षण और संवर्धन के कार्य किये जा रहे हैं। खेत-तालाबों के निर्माण पर करीब एक लाख 40 हजार मानव दिवस का रोजगार सृजन हुआ है। जिले में कूप रिचार्ज स्ट्रक्चर के 207 कार्य पूर्ण किये गये है। जिले में चल रहे जल संरक्षण के कार्यों को जल्द पूरा करने के निर्देश दिये गये है।

तालाबों के बंड पर लगाये घास और पौधे

ग्वालियर जिले में बनाये जा रहे तालाबों की पार-बंड पर काली मिट्टी डालकर घास लगवाई जा रही है। यह व्यवस्था सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए की जा रही है। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक कुमार ने जिले के ग्रामीण अंचल में तैयार किये गये अमृत सरोवर, खेत-तालाब, निस्तारी तालाब, डगवेल एवं अन्य जल संरचनाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने ग्राम पंचायत मेहदपुर के अंतर्गत महेश्वरा में स्थित बड़े तालाब का निरीक्षण किया। जिले के मैदानी अमले को जल संरक्षण के कार्य जल्द पूरा करने के निर्देश दिये गये है। हरियाली अमावस्या के अवसर पर जिले के आनंद पर्वत पर वृहद स्तर पर सामूहिक पौध-रोपण किया गया। कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान के नेतृत्व में आनंद पर्वत को हरा-भरा बनाने के लिये सभी वर्गों के सहयोग से कार्य किया जा रहा है।

तुलसी सरोवर का निरीक्षण

अशोकनगर जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत विभिन्न गतिविधियाँ की गयी हैं। अभियान में जिले में स्थित बगीचों में संधारण के कार्य भी किये जा रहे हैं। कलेक्टर आदित्य सिंह ने तुलसी सरोवर पार्क पहुँचकर निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिये कि नागरिकों की सुविधा के लिये सभी बगीचों का रख-रखाव उचित तरीके से किया जाये। इसी के साथ बगीचों में सुरक्षित रूप से जल संरचनाओं का निर्माण किया जाये। जल संरचना बनने से आसपास के क्षेत्र में भू-जल स्तर बढ़ेगा। उन्होंने इस कार्य से जुड़ी सभी एजेंसियों से समन्वय रखकर गुणवत्तापूर्ण कार्य करने के लिये भी कहा।

 

India Edge News Desk

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